बहुत समय पहले की बात है, एक घना जंगल था जिसमें शेरू नाम का एक ताकतवर बाघ रहता था।

शेरू जंगल का राजा था, लेकिन वह बहुत ही दयालु और समझदार था। उसकी वजह से जंगल में सभी जानवर सुरक्षित महसूस करते थे।
एक दिन, जंगल में एक छोटा खरगोश, गोलू, अपने दोस्तों के साथ खेल रहा था। खेलते-खेलते गोलू गलती से जंगल के उस हिस्से में चला गया जहाँ शेरू रहता था। गोलू बहुत डर गया और सोचने लगा कि अगर शेरू ने उसे देख लिया तो क्या होगा।
शेरू ने गोलू को देखा और उसके डर को समझ गया। वह धीरे-धीरे गोलू के पास आया और नर्म आवाज में बोला, "डरो मत, मैं तुम्हें नुकसान नहीं पहुँचाऊँगा।"
गोलू ने डरते हुए पूछा, "आप मुझे सच में कुछ नहीं करेंगे?"
शेरू ने मुस्कुराते हुए कहा, "नहीं, मैं तुम्हारा दोस्त बनना चाहता हूँ।"
गोलू ने राहत की सांस ली और शेरू के साथ समय बिताने लगा। शेरू ने गोलू को जंगल की अलग-अलग जगहें दिखाई और उसकी सुरक्षा की। गोलू ने भी शेरू को अपनी नन्ही कहानियाँ सुनाई और दोनों में गहरी दोस्ती हो गई।
एक दिन, जब शेरू सो रहा था, जंगल में शिकारियों का एक समूह आया। उन्होंने शेरू को जाल में फंसाने की कोशिश की। गोलू ने यह देखा और तुरंत अपने दोस्तों को बुला लिया। सभी जानवर मिलकर शिकारियों का सामना करने के लिए तैयार हो गए।

गोलू ने अपने छोटे दोस्तों के साथ मिलकर जाल को काटना शुरू किया। उनकी मेहनत और हिम्मत रंग लाई और वे शेरू को बचाने में सफल हो गए। शिकारियों को जंगल छोड़कर भागना पड़ा।
शेरू ने गोलू और उसके दोस्तों का धन्यवाद किया और कहा, "तुम सभी ने आज साबित कर दिया कि सच्ची दोस्ती में कितनी ताकत होती है।"
गोलू ने हँसते हुए कहा, "हम हमेशा एक-दूसरे की मदद करेंगे, चाहे जो भी हो।"
सिख: इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि सच्ची दोस्ती और सहयोग से किसी भी बड़ी मुश्किल को हल किया जा सकता है। हिम्मत और एकता की ताकत हमेशा बड़ी होती है।
"यह कहानी बच्चों को दोस्ती, हिम्मत और एकता की महत्वपूर्ण सीख देती है।"
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